भारत में स्काइडाइविंग: कहाँ और कैसे करें?

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भारत में स्काइडाइविंग: कहाँ और कैसे करें?


भारत में स्काइडाइविंग का क्रेज़ हाल के वर्षों में तेज़ी से बढ़ रहा है। स्काइडाइविंग एक रोमांचक खेल है जिसमें व्यक्ति ऊँचाई से विमान से कूदता है और धीरे-धीरे पैराशूट की सहायता से ज़मीन पर उतरता है। अगर आप भी इस एडवेंचर को अनुभव करना चाहते हैं, तो भारत में कई जगहें हैं जहाँ आप सुरक्षित और पेशेवर तरीके से स्काइडाइविंग का मजा ले सकते हैं। आइये जानते हैं भारत में स्काइडाइविंग कहाँ की जा सकती है और इसके लिए क्या आवश्यकताएं होती हैं।

1. भारत में स्काइडाइविंग के प्रमुख स्थान

1.1 मायसूर (कर्नाटक)

मायसूर स्काइडाइविंग के लिए भारत के सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है। यह शहर अपनी सुंदरता और सुरम्यता के लिए भी जाना जाता है, जिससे स्काइडाइविंग के दौरान हवाई दृश्यों का आनंद लिया जा सकता है। यहाँ स्काइडाइविंग के लिए कई विकल्प हैं जैसे टैंडम जंप, जहाँ प्रशिक्षक आपके साथ होते हैं, और सोलो जंप, जो अनुभवी लोगों के लिए है।

1.2 धनुषकोडी (तमिलनाडु)

धनुषकोडी तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित है और इसे स्काइडाइविंग के लिए एक अनोखा स्थान माना जाता है। समुद्र और रेगिस्तान का मिश्रित दृश्य इस स्थान को खास बनाता है। यहाँ पर स्काइडाइविंग के दौरान नज़ारा अद्भुत होता है, जो आपको एक अलग ही रोमांच का अनुभव देता है।

1.3 अम्बाला (हरियाणा)

अम्बाला में भारतीय वायुसेना का सहयोग प्राप्त है, इसलिए यह एक सुरक्षित और अच्छी तरह से संरचित स्काइडाइविंग स्थल है। यहाँ पर अधिकतर सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है, लेकिन आम नागरिक भी यहाँ एडवेंचर का अनुभव ले सकते हैं।

1.4 पुडेचेरी

पुडेचेरी में स्काइडाइविंग करना एक विशेष अनुभव है क्योंकि यहाँ का वातावरण शांत और सुरम्य होता है। समुद्र के ऊपर से कूदते हुए नीचे का दृश्य देखने का अनुभव अद्वितीय होता है। यह स्थान खासकर नए स्काइडाइवर्स के लिए बहुत उपयुक्त है।

1.5 बीर बिलिंग (हिमाचल प्रदेश)

हालांकि बीर बिलिंग पराग्लाइडिंग के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यहाँ स्काइडाइविंग का भी विकल्प मिलता है। हरे-भरे पहाड़ों और खुली वादियों का दृश्य स्काइडाइविंग को और रोमांचक बना देता है।

2. स्काइडाइविंग करने के तरीके

2.1 टैंडम जंप

यह पहली बार स्काइडाइविंग करने वालों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। इस प्रकार में एक प्रशिक्षक आपके साथ रहता है जो पैराशूट को नियंत्रित करता है। आपको केवल सुरक्षा निर्देशों का पालन करना होता है। टैंडम जंप में खतरा कम होता है और यह सीखने के लिए बेहतर विकल्प है।

2.2 स्टैटिक लाइन जंप

स्टैटिक लाइन जंप उन लोगों के लिए है, जो स्काइडाइविंग को सोलो करना चाहते हैं लेकिन शुरुआती हैं। इस प्रकार में पैराशूट अपने आप खुल जाता है जब व्यक्ति विमान से कूदता है।

2.3 एक्सलरेटेड फ्री फॉल (AFF)

यह तरीका उन्नत स्काइडाइवर्स के लिए है, जिसमें व्यक्ति पूरी तरह से स्वतंत्र होकर उड़ान का अनुभव करता है। इसमें प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण दिया जाता है, और इसे करने के लिए तकनीकी प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।

3. स्काइडाइविंग के लिए आवश्यक तैयारी और सावधानियाँ

1. स्वास्थ्य जांच: स्काइडाइविंग एक शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण गतिविधि है, इसलिए आपकी फिटनेस का अच्छा होना आवश्यक है। उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारी, और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले व्यक्तियों के लिए इसे करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।


2. प्रशिक्षण: स्काइडाइविंग के दौरान सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण होती है। टैंडम जंप जैसे प्रकारों के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन यदि आप सोलो या फ्री फॉल करना चाहते हैं, तो ट्रेनिंग लेना जरूरी है।


3. सुरक्षा उपकरण: स्काइडाइविंग में उपयोग किए जाने वाले सभी उपकरणों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करनी होती है। हेलमेट, पैराशूट, ऑक्सीजन मास्क (जिन्हें आवश्यकता हो) जैसे उपकरणों की उचित जाँच और मेंटेनेंस होना जरूरी है।


4. बीमा: यह एक जोखिमपूर्ण खेल है, इसलिए स्काइडाइविंग के लिए विशेष बीमा लेना एक अच्छा विचार है। इससे किसी दुर्घटना की स्थिति में आपको चिकित्सा सुविधाएं मिल सकती हैं।



4. भारत में स्काइडाइविंग की लागत

स्काइडाइविंग की लागत विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि स्थान, प्रशिक्षक, उपकरण और स्काइडाइविंग का प्रकार। सामान्यतः, टैंडम जंप की कीमत 25,000 से 35,000 रुपये के बीच होती है, जबकि एएफएफ और सोलो जंप की कीमत थोड़ी अधिक हो सकती है।

निष्कर्ष

स्काइडाइविंग उन लोगों के लिए एक अद्भुत अनुभव है जो साहसिक खेलों के शौकीन हैं। भारत में कई खूबसूरत स्थानों पर स्काइडाइविंग की सुविधा उपलब्ध है, जो आपके अनुभव को रोमांचक और यादगार बना सकते हैं।

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